Teacher Sex With Student: अमेरिका में एक महिला टीचर को स्कूल में छात्र के साथ यौन संबंध बनाने का दोषी पाया गया है। उसे 30 साल जेल की सज़ा सुनाई गई है. यह प्रकार मैरीलैंड का है। 32 वर्षीय मेलिसा कर्टिस को थर्ड-डिग्री यौन उत्पीड़न का दोषी ठहराया गया था। उसने 14 साल के लड़के के साथ 20 से ज्यादा बार सेक्स किया।
कर्टिस ने 7 नवंबर, 2023 को पुलिस के सामने आत्मसमर्पण कर दिया। उन पर एक नाबालिग के यौन शोषण और तीसरी और चौथी डिग्री के यौन उत्पीड़न के कई आरोप लगाए गए थे। कर्टिस का जनवरी और मई 2015 के बीच लड़कों के साथ रिश्ता था। उसने आठवीं कक्षा के छात्र को शराब और गांजा पिलाया था. उसके साथ 20 से ज्यादा बार सेक्स किया.
कर्टिस लगभग दो वर्षों तक शिक्षक रहे। उन्होंने लेकलैंड्स पार्क मिडिल स्कूल में भी पढ़ाया। कर्टिस स्कूल के कार्यक्रमों के बाद दौड़ते थे। वह कार्यक्रम में आने वाले छात्रों से बातचीत करती थीं. पुलिस ने अक्टूबर 2023 में जांच शुरू की. पीड़ित छात्रों ने महिला पर शोषण का आरोप लगाया था.
मेलिसा कर्टिस को तीन मामलों में रिहा किया गया। उन्हें तीन दशक जेल में बिताने होंगे. इसमें से 12 महीनों को छोड़कर बाकी सभी सजाएं निलंबित रहेंगी। महिला को पांच साल तक निगरानी में रहना होगा. अपनी रिहाई के बाद, कर्टिस को 25 साल तक यौन अपराधी के रूप में पंजीकृत होना होगा। पर्यवेक्षण की शर्त के रूप में, उन्हें अपने बच्चों के अलावा अन्य नाबालिगों के साथ बिना निगरानी के संपर्क की अनुमति नहीं दी जाएगी। उन्हें बच्चों से दूर रहने को कहा गया है.
Sky Diving: इजरायल की 27 वर्षीय महिला इन्फ्लूएंसर, मैरी प्राग्लिन, ने अपनी साहसिक स्काईडाइविंग का एक ऐसा वीडियो सोशल मीडिया पर साझा किया है जिसने इंटरनेट पर सनसनी मचा दी है। मैरी ने बिना कपड़ों के स्काईडाइविंग कर खुले आसमान में ऐसा अनुभव किया, जिसे वह "आजादी का सबसे खास अहसास" कहती हैं।
मैरी प्राग्लिन ने स्काईडाइविंग को अपनी जिंदगी का हिस्सा बनाने के पीछे एक खास वजह बताई। उन्होंने कहा, "मैंने अपने डर को काबू में करने के लिए स्काईडाइविंग शुरू की थी। यह मेरे लिए सिर्फ एक खेल नहीं, बल्कि एक जीवनशैली है।" अपनी पहली छलांग को याद करते हुए उन्होंने कहा कि विमान से नीचे कूदने के बाद उनका जीवन पूरी तरह से बदल गया।
मैरी ने अपनी इस अनोखी स्काईडाइविंग का अनुभव साझा करते हुए कहा, "यह एक असाधारण अनुभव था। स्किन पर हवा को महसूस करना और पूरी आजादी का एहसास करना एक ऐसा पल था जिसे शब्दों में बयां करना मुश्किल है।" उनकी इस छलांग ने उन्हें खुद को सभी सीमाओं से आजाद महसूस करने का मौका दिया।
मैरी का लक्ष्य 100 से अधिक जंप पूरे करने और स्काईडाइविंग प्रशिक्षक बनने का है। उन्होंने बताया कि इजरायल में महिला प्रशिक्षकों की कमी है और वह इस क्षेत्र में महिलाओं को प्रेरित करना चाहती हैं। उनका मानना है कि यह अनुभव महिलाओं को उनके डर से लड़ने और आत्मविश्वास बढ़ाने में मदद कर सकता है।
मैरी ने अपने इस साहसिक कदम के माध्यम से एक गहरा संदेश दिया है कि डर को काबू में करना और अपनी सीमाओं को तोड़ना जीवन को नए नजरिए से देखने का मौका देता है।
मैरी का यह साहसिक कारनामा न केवल सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है, बल्कि यह एक नई चर्चा का विषय भी बन गया है।
Serial Killer: थाईलैंड की 36 वर्षीय महिला सारारत रंगसिवुथापोर्न, जिसे 'मिस साइनाइड' के नाम से जाना जाता है, की कहानी किसी खौफनाक फिल्म की तरह है। जुए की लत और बढ़ते कर्ज ने उसे ऐसा अपराधी बना दिया, जिसने अपने ही दोस्तों को मौत के घाट उतार दिया। उसने 14 लोगों को साइनाइड देकर मार डाला, जिसमें उसकी एक सहेली भी शामिल थी। हाल ही में बैंकॉक की अदालत ने उसे मौत की सजा सुनाई है, साथ ही भारी जुर्माना भी लगाया है।
सारारत के गुनाहों की शुरुआत 2015 में हुई थी, जब उसने अपनी जान-पहचान वालों से उधार लिए पैसे वापस करने से बचने के लिए उन्हें साइनाइड देकर मारना शुरू किया। अप्रैल 2023 में उसकी साजिश का पर्दाफाश हुआ, जब वह अपनी सहेली सिरिपोर्न खानवांग के साथ घूमने गई। वहां मछलियों को दाना डालने और खाने के बाद सिरिपोर्न की हालत बिगड़ गई और उसकी मौके पर ही मौत हो गई। पोस्टमॉर्टम में सिरिपोर्न के शरीर में साइनाइड की मौजूदगी का पता चला, जिसके बाद पुलिस ने जांच शुरू की।
पुलिस की जांच में पता चला कि सारारत ने 2015 से 2023 के बीच 14 लोगों की हत्या की थी। मरने वालों में उसके दोस्त, पूर्व प्रेमी और एक पुलिस अधिकारी शामिल थे। इन हत्याओं के पीछे मकसद सिर्फ पैसा था। जुए में डूबने और कर्जदारों के दबाव से बचने के लिए उसने अपने जानने वालों से उधार लिया और जब वे पैसे वापस मांगने लगे, तो उसने उन्हें मौत के घाट उतार दिया।
सारारत ने पीने के पानी, खाने और दवाइयों में साइनाइड मिलाकर अपने शिकार को मारा। पुलिस ने उसे मई 2023 में गिरफ्तार किया, और तब से अदालत में इस मामले की सुनवाई चल रही थी। हाल ही में उसे अपनी सहेली सिरिपोर्न की हत्या का दोषी ठहराया गया और मौत की सजा सुनाई गई।
सारारत के अपराधों के लिए न केवल उसे बल्कि उससे जुड़े तीन अन्य लोगों को भी सजा मिली है। इनमें उसका पूर्व पति, एक पूर्व पुलिस अधिकारी और उसका वकील शामिल हैं, जिन्हें सबूत छिपाने और सारारत को बचाने की कोशिश के लिए जेल की सजा दी गई है।
सारारत का केस सिर्फ एक अपराध की कहानी नहीं, बल्कि यह बताता है कि इंसान की लालच और गलत आदतें उसे कितना गिरा सकती हैं। थाईलैंड में 'मिस साइनाइड' का नाम अब एक खौफनाक उदाहरण बन चुका है।
Ram Randir: रामनगरी अयोध्या में भगवान श्रीराम का भव्य मंदिर बनने के बाद अब ऑस्ट्रेलिया में दुनिया का सबसे ऊंचा राम मंदिर बनाने की तैयारी शुरू हो गई है। इस भव्य मंदिर का भूमि पूजन 2025 में होने की संभावना है, जिसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के शामिल होने की उम्मीद है।
यह मंदिर 150 एकड़ भूमि पर बनाया जाएगा और इसकी ऊंचाई 721 फीट होगी। यह पांच मंजिला संरचना होगी, जिसे अयोध्या के राम मंदिर के डिज़ाइनर, गुजरात के प्रसिद्ध आर्किटेक्ट आशीष सोमपुरा, डिजाइन करेंगे। मंदिर परिसर में 101 फीट ऊंची हनुमान जी की मूर्ति और 51 फीट ऊंचे भगवान शिव की प्रतिमा भी स्थापित की जाएगी। साथ ही अयोध्यापुरी और सनातन विश्वविद्यालय का भी निर्माण किया जाएगा।
श्रीराम टेंपल फाउंडेशन इस भव्य परियोजना का निर्माण करवा रहा है। फाउंडेशन के सचिव अमोद प्रकाश कटियार ने जानकारी दी कि यह विश्व का सबसे ऊंचा राम मंदिर होगा। ऑस्ट्रेलिया के पर्थ में बनने वाले इस मंदिर से आसपास के देशों के लोग भगवान रामलला के दर्शन कर सकेंगे, जिससे उन्हें अयोध्या तक आने की आवश्यकता नहीं होगी।
अयोध्या में 22 जनवरी 2023 को रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के बाद, ऑस्ट्रेलिया में यह मंदिर भारतीय संस्कृति और धार्मिक आस्था का प्रतीक बनेगा।
Pakistan Bomb Blast: पाकिस्तान के बलूचिस्तान प्रांत में एक भीषण बम धमाके में कम से कम 20 लोगों की मौत और 30 से ज्यादा लोग घायल हो गए हैं। यह बम विस्फोट क्वेटा के रेलवे स्टेशन के पास हुआ। प्रारंभिक रिपोर्टों के अनुसार, विस्फोट रेलवे स्टेशन के बुकिंग कार्यालय में हुआ, जब ट्रेन के प्लेटफॉर्म पर पहुंचने से ठीक पहले बम फटा। उस वक्त स्टेशन पर सामान्य भीड़ थी, जिससे हताहतों की संख्या अधिक होने की संभावना बढ़ गई।
घटना के तुरंत बाद पुलिस और बचाव दल मौके पर पहुंच गए, और घायलों को इलाज के लिए क्वेटा के सिविल अस्पताल भेजा गया, जहां आपातकालीन स्थिति लागू की गई है। रेलवे अधिकारियों के अनुसार, जाफर एक्सप्रेस को सुबह 9 बजे पेशावर के लिए रवाना होना था, लेकिन विस्फोट से पहले ही इसे रोक लिया गया। कई घायलों की हालत गंभीर है, जिससे मृतकों की संख्या बढ़ने की आशंका है।
कार्यवाहक राष्ट्रपति सैयद यूसुफ रजा गिलानी ने इस आतंकी घटना की कड़ी निंदा की है। उन्होंने आतंकवाद के खिलाफ सख्त कदम उठाने और इसे समाप्त करने का संकल्प दोहराया। बलूचिस्तान के मुख्यमंत्री सरफराज बुगती ने भी इस घटना की जांच के आदेश दिए हैं और आतंकवाद के खात्मे का संकल्प जताया है।
चंद सेकंड में मेहनत की कमाई के लाखों रुपये बैंक खाते से निकलने का नया मामला मध्य प्रदेश के बालाघाट में छपारा थाना अंतर्गत मसूर भांवरी से सामने आया है। 28 सितंबर को उसके मोबाइल पर आई एक अंजान लिंक पर जैसे ही उसने क्लिक किया। खाते से रुपये गायब हुए। अनजाने में लोग ठगी का शिकार बन रहे हैं।
छपारा सिवनी (Balaghat News)। अपने बैंक खाते की गोपनीय जानकारी व मोबाइल पर आने वाले एसएमएस अथवा व्हाट्सएप में अंजान लिंक पर क्लिक नहीं करने की समझाइश लगातार आरबीआई, बैंक संस्थान, पुलिस विभाग द्वारा विभिन्न माध्यमों से आमनागरिकों तक पहुंचाकर उन्हें जागरूक किया जा रहा है। इसके बाद भी अनजाने में लोग ठगी का शिकार बन रहे हैं।
एक अंजान लिंक पर जैसे ही उसने क्लिक किया
पुलिस को दी शिकायत में मसूर भांवरी गांव निवासी पीड़ित अशोक साहू ने बताया कि 28 सितंबर को उसके मोबाइल पर आई एक अंजान लिंक पर जैसे ही उसने क्लिक किया। बिना कोई ओटीपी एक बार में पांच लाख रुपये और फिर दूसरी बार में 33 हजार रुपये इस तरह कुल पांच लाख 33 हजार रुपये बैंक खाते से दूसरे एकाउंट में ट्रांसफर हो गए।
परिवार के साथ मां वैष्णो देवी की यात्रा में गए थे
अशोक साहू ने पुलिस को दी शिकायत में कहा है कि वह 24 सितंबर को परिवार के साथ मां वैष्णो देवी की यात्रा में गए थे। 28 सितंबर को वापस गांव लौटकर आया तो मोबाइल में एक लिंक आई थी, इस पर क्लिक किया था। 1 अक्टूबर को जब रुपये की आवश्यकता पड़ने पर अशोक साहू ने अपना बैंक खाता का चेक भरकर रुपये निकालने बैंक भेजा।
शिकायत पत्र देकर कार्रवाई करने की मांग की गई
शाखा प्रबंधक ने बताया कि उनके बैंक खाते की सारी राशि निकाल ली गई है। बैंक खाते में अब राशि नहीं हैं, तब उन्हें अपने साथ हुई ठगी की जानकारी मिली। अशोक साहू ने छपारा थाना में शिकायती पत्र देकर अज्ञात ठगी करने वालों पर कार्रवाई करने की मांग की है।
अर्थ
1 धनतेरस- समुद्र मंथन से आयुर्वेद अमृत कलश लिये प्रकट हुये चौदहवें रत्न भगवान् धनवंतरी आपको, आपके पूरे परिवार को उत्तम स्वास्थ्य, दीर्घायु व उत्कृष्ट रोग-प्रतिरोधक क्षमता प्रदान करें.
2 रूप चतुर्दशी-आप को व आपके परिवार को अप्रतिम सौंदर्य व रूप यौवन प्रदान करें - पहला सुख निरोगी काया
3 दीपावली-देवी लक्ष्मी आप पर इतनी प्रसन्न हो कि आप के घर को धन धान्य से परिपूर्ण कर आप के पास ही स्थाई वास करे-
दूजा सुख घर मे हो माया
4 गोवर्धन-आप के सम्पूर्ण खेत-खलिहान, यानी आय के स्त्रोत इतने फलें-फूलें कि आपकी अनन्त पीढ़ियों तक किसी भी वस्तु का अभाव न हो'
5 भैया दूज-भाई बहन में अटूट प्रेम दे,बहन कभी अपने आप को असहज महसूस न करे और बहन द्वारा भाई के माथे पर लगाया गया तिलक स्वर्णिम पुष्प की तरह हमेशा महकता रहे-
यह पांच दिवसीय दीप महोत्सव आप को उत्तम स्वास्थ्य, सर्वलक्ष्मी प्राप्ति, सुख-समृद्धि, सर्व आनंद, शांति, स्फूर्ति और ऊर्जा दायक हो, सभी का कल्याण हो..अनंत मंगलकामनाओं सहित!!
🌹🪔🙏🏻🪔🙏🏻🪔🌹 जय श्री कृष्ण 🙏
दीपावली एवं मध्यप्रदेश स्थापना दिवस की मेरी ओर से आपको मंगलकामनाएं। यह शुभ अवसर हमारे प्रदेश की सांस्कृतिक गरिमा, प्रगति और विकास यात्रा का प्रतीक है। प्रदेश सरकार की अटूट प्रतिबद्धता से हर क्षेत्र में विकास के नए आयाम स्थापित हो रहे हैं, चाहे वह शिक्षा हो, स्वास्थ्य हो, बुनियादी ढांचे का विस्तार हो या फिर जनकल्याण की योजनाएं।
मध्यप्रदेश निरंतर उन्नति की ओर अग्रसर है, जहां हर नागरिक की भागीदारी और सशक्तिकरण सुनिश्चित किया जा रहा है। दीपावली का यह पावन पर्व आपके जीवन में नई खुशियों का प्रकाश लेकर आए और हमारा प्रदेश इसी तरह प्रगति के पथ पर अग्रसर रहे, यही बाबा महाकाल से प्रार्थना है।
दीपावली एवं मध्यप्रदेश स्थापना दिवस की आपको पुनः मंगलकामनाएं।🙏🏻
--
आपका
डॉ. मोहन यादव
--
सोशल मीडिया पर मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव जुड़ें
दहा वर्षांपूर्वी सोडले गाव : २०२३ मध्ये पुस्तकही प्रकाशित
अर्जुनी मोरगाव : विमान कंपन्या, रेल्वे स्टेशन यांना ई-मेल पाठवून धमक्या देणारा जगदीश उईके हा गोंदिया जिल्ह्याच्या अर्जुनी मोरगाव तालुक्यातील ताडगाव टोली येथील मूळ रहिवासी आहे. सध्या त्याचे कुटुंबीय गोंदिया येथे वास्तव्यास असल्याची माहिती आहे. तपासात त्याचे नाव पुढे आल्याने मंगळवारी खळबळ उडाली.
उईकेने हे कृत्य केल्याचा नागपूर पोलिसांना संशय आहे. उईके याला यापूर्वी २०११ मध्ये दहशतवादावरील एका लेखाच्या प्रकरणातही अटक केल्याची माहिती आहे.
जगदीशच्या मागावर पोलिस
सूत्रांच्या माहितीनुसार, विविध धमक्यांचे ई-मेल पाठविणारा संशयित आरोपी जगदीश उईके सध्या फरार आहे. त्याला लवकरच अटक करण्यासाठी पोलिसांचे विशेष पथक स्थापन करण्यात आले आहे. पथकाकडून आरोपीचा कसून शोध घेतला जात आहे.
आणखी १०० विमानांत बॉम्ब ठेवल्याच्या धमक्या नवी दिल्ली/
मुंबई : भारतातील विविध विमान कंपन्यांच्या सुमारे १००हून अधिक विमानांमध्ये बॉम्ब ठेवल्याच्या धमक्या मंगळवारी देण्यात आल्या अशी माहिती सूत्रांनी दिली. गेल्या १६ दिवसांत देशात व आंतरराष्ट्रीय मार्गावर उड्डाण करणाऱ्या ५१० विमानांमध्ये बॉम्ब ठेवल्याच्या धमक्या देण्यात आल्या. यातील बहुसंख्य धमक्या या सोशल मीडियाद्वारे मिळाल्या आहेत.
गडचिरोली : जिल्ह्यातील निमशासकीय कार्यालय, शाळा, ग्रामपंचायत, तलाठी, प्राथमिक आरोग्य केंद्र, कृषी विभाग, विद्युत कर्मचारी, पंचायत समिती, तहसील कार्यालयासह इतर क्षेत्रात कार्यरत कर्मचारी मुख्यालयी राहात नसल्यामुळे सर्वसामान्यांना अनके अडचणीचा सामना करावा लागत आहे.
अधिकारीवर्गाकडून कर्मचाऱ्यांची पाठराखण होत असल्याने शासकीय कर्मचारी मुख्यालयाला 'खो' देत असल्याची ओरड होवू लागली आहे, दर पाच वर्षांनी निवडणूका येतात. एका मागून एक वेगवेगळ्या पार्टीचे सरकार सत्तेवर पहावयास मिळत आहे. जनतेचे चांगले शासकीय दिवस असे सांगितले. मात्र, एक वेळ निवडणूक झाली की सत्ता बसली की परिस्थिती 'जैसे थे' राहत असल्याचीओरड केली जाते.
चांगले दिवस येणार वअसणाऱ्या समस्येचा निपटारा लागणार अशा आश्वासनांची खैरात वाटण्यात येते. मात्र, राजकीय स्वार्थापोटी समस्या मार्गी लागत नाही. सर्वसामान्यांना अच्छे दिनाऐवजी वाईट दिवस पहावयास मिळत असल्याची खंत जनतेत व्यक्त केली जात आहे. कोणतेही शासन आले तरी प्रशासनावर वचक नसल्याचे दिसून येते. त्यामुळे सर्वसामान्यांना तेच दिवस भोगावे लागतात. शासनाच्या सेवेत समाविष्ट होत असताना कर्मचाऱ्यांना मुख्यालयी राहून कार्य करण्याची अट असते. त्यासाठी काहींना निवासस्थान उपलब्ध करून दिल्या जाते. तर काहींना घरभाडे भत्ता दिला जातो. त्यामुळे राहणे बाध्य आहे.
मात्र, बहुतेक विभागाचे कर्मचारी नावापुरती खोलीदाखवून शहराच्या ठिकाणावरून ये-जा करतात. त्यामुळे शासनाच्या विकासकामांवर परिणाम होत आहे. शासनाच्या विविध योजना जनतेपर्यंत पोहोचणे गरजेचे आहे. मात्र, शासकीय कर्मचाऱ्यांच्या अनुपस्थितीमुळे आवश्यक कागदपत्रे यासाठी हेलपाटे मारावे लागण्याची लाभार्थ्यांवर वेळ येते. बहुतेक ग्रामसेवक, तलाठी, आरोग्यसेवक, कर्मचारी, शिक्षक व यासारखे अन्य कर्मचारी मुख्यालयी राहत नाही. मुख्यालयी न राहणाऱ्या कर्मचाऱ्यांची पाठराखण संबंधित अधिकाऱ्यांकडून होत असल्याचे बोलले जाते. बहुतेक तलाठी व ग्रामसेवक अथवा अन्य शासकीय अधिकारी अथवा कर्मचारी दोन गावांचा कारभार असल्याचे सांगून या गावी, त्यागावी होतो, असे सांगत असल्याचे बोलले जाते.
खोज करने वालों के लिए भारत के गुमनाम पर्वतजैसे माउंट सरामती, ज़ोंगरी पीक और पंगारचुल्ला पीक के बारे में सब कुछ जानिए। इन अनछुए पर्वतों में रोमांच और आध्यात्मिकता का मेल है।
प्रस्तावना:
भारत के प्रसिद्ध पर्वतों के अलावा, कई ऐसे छिपे हुए पर्वत भी हैं जो अब तक पर्यटकों और ट्रेकर्स की नज़रों से दूर हैं। अगर आप एक अनोखा ट्रेकिंग अनुभव ढूंढ रहे हैं, तो इन unexplored पर्वतों की यात्रा आपके लिए सबसे बेहतरीन साबित हो सकती है। ये पर्वत न केवल रोमांच के लिए, बल्कि एक आध्यात्मिक यात्रा का भी अनुभव कराते हैं। इस लेख में हम आपको भारत के गुमनाम पर्वतों की खोजी यात्रा पर ले चलेंगे।
1. माउंट सरामती, नागालैंड: एक छिपा हुआ रत्न
- माउंट सरामती क्यों जाएं? नागालैंड का माउंट सरामती अब तक एक अनछुआ ट्रेकिंग डेस्टिनेशन है। यह घने जंगलों और शांत पर्वतों के रूप में खोजी यात्रियों के लिए एक बेहतरीन स्थल है।
- रोमांच का स्तर: इस ट्रेक में आपको ऊबड़-खाबड़ रास्तों और ऊँचाई पर ट्रेकिंग का अनुभव मिलेगा, जो शुरुआती और अनुभवी ट्रेकर्स दोनों के लिए दिलचस्प है।
- सांस्कृतिक महत्त्व: स्थानीय जनजातियों के लिए यह एक पवित्र स्थान है, जहाँ देवी-देवताओं के निवास का विश्वास किया जाता है।
2. ज़ोंगरी पीक, सिक्किम: कंचनजंगा का मनमोहक दृश्य
- ज़ोंगरी पीक क्यों चुनें? सिक्किम के ज़ोंगरी पीक से आप कंचनजंगा का अद्भुत दृश्य देख सकते हैं। यह एक lesser-known ट्रेकिंग डेस्टिनेशन है जो आपको भीड़ से दूर एक शांति प्रदान करता है।
- अनुभव: यहाँ के लैंडस्केप और बदलते मौसम आपको एक अद्भुत अनुभव देते हैं।
- रहस्यमय ऊर्जा: यहाँ के भिक्षु और स्थानीय लोग कहते हैं कि ज़ोंगरी में एक आध्यात्मिक ऊर्जा है, जो आपको भीतर से शांति का अनुभव कराती है।
3. हर की दून, उत्तराखंड: पांडवों की मिथकीय यात्रा
- पौराणिक ट्रेक: उत्तराखंड की हर की दून घाटी एक प्राचीन स्थल है जहाँ से कहा जाता है कि पांडवों ने अपनी अंतिम यात्रा की थी। यह एक आध्यात्मिक और प्राकृतिक सौंदर्य का मेल है।
- रोमांच का स्तर: यह ट्रेक शुरुआती लोगों के लिए भी अनुकूल है क्योंकि यहाँ के रास्ते scenic और कम चुनौतीपूर्ण हैं।
4.फॉन्गपुई (ब्लू माउंटेन), मिजोरम: एक रहस्यमय अनुभव
- ब्लू माउंटेन क्यों जाएं? मिजोरम का यह पर्वत अपनी नीली धुंध के लिए मशहूर है, जो इसे रहस्यमय बनाता है। अगर आप प्रकृति के साथ जुड़ना चाहते हैं तो यह ट्रेक सबसे बेहतरीन है।
- शुरुआत करने वालों के लिए अनुकूल: यह ट्रेक शुरुआती लोगों के लिए एकदम सही है, लेकिन फिर भी आपको रोमांच और शांति दोनों का अनुभव मिलेगा।
5. पंगारचुल्ला पीक, उत्तराखंड: एक छिपा हुआ एडवेंचर
- क्या उम्मीद करें: पंगारचुल्ला पीक एक छिपा हुआ रत्न है जहाँ पहुँचना रोमांच खोजने वालों के लिए एक ultimate challenge है। यहाँ से नंदा देवी और शिवलिंग के अद्भुत दृश्य मिलते हैं।
- अनुभवी ट्रेकर्स के लिए: यहाँ का ट्रेक कठिन है, लेकिन अनुभवी ट्रेकर्स के लिए यह एक unforgettable experience है।
निष्कर्ष:
अगर आप एक खोजी यात्रा पर जाना चाहते हैं जो केवल रोमांच नहीं बल्कि आपको आंतरिक शांति भी दे, तो ये गुमनाम पर्वत आपके लिए एकदम सही हैं। भारत के इन unexplored पर्वतों का सफर आपको एक अनोखा अनुभव देगा, जहाँ आप प्रकृति और शांति के साथ एक नया रिश्ता बना पाएंगे।
नवरात्रि का महत्व: माता रानी की भक्ति का त्यौहार
नवरात्रि, जो हर साल माता दुर्गा की पूजा करने के लिए मनाया जाता है, भारतीय परंपरा का एक अनमोल हिस्सा है। इस दौरान, हम माता रानी की उपासना करते हैं, जो सुख, शांति और समृद्धि का प्रतीक हैं। नवरात्रि के 9 दिनों में अलग-अलग रूपों में देवी की पूजा की जाती है, जो उनकी शक्ति और महिमा को दर्शाता है।
माता रानी की पूजा की कहानी
क्या आप जानते हैं कि माता दुर्गा ने असुर महिषासुर को कैसे हराया? यह कहानी हर जगह सुनने को मिलती है, और इसी वजह से हम नवरात्रि के दौरान देवी की शक्ति को मनाते हैं। हर दिन, उनके अलग रूप की पूजा करना, उनकी विशेष गुणों को समझने का एक अवसर होता है।
माता रानी की पूजा की विधि: एक व्यापक गाइड
यदि आप माता रानी की पूजा करने का सोच रहे हैं, तो यह सरल गाइड आपके लिए है:
1. स्थान का चयन
- शुद्ध स्थान: एक साफ और शुद्ध स्थान चुनें जहाँ पूजा की जा सके। यह आपके भक्ति को प्रदर्शित करेगा।
2. पूजा सामग्री की तैयारी
- आपको इन चीजों की आवश्यकता होगी:
- कलश (पानी से भरा)
- नारियल और आम के पत्ते
- रोलि, चावल, और हल्दी
-फूल (मोगरा या चमेली)
- दीया और घी
- प्रसाद (मीठा, चना, या हलवा)
3. स्थापना और आचमन
- कलश को स्थापित करने के बाद, आम के पत्ते और नारियल रखें। आचमन करके शुद्धता का प्रदर्शन करें।
4. पूजा विधि
- धूप जलाकर और दीपक से पूजा शुरू करें। मंत्रों का उच्चारण करें, जैसे "ॐ दुं दुर्गायै नमः"।
5. नैवेद्य समर्पित करना
- जो भोग आपने तैयार किया है, उसे माता रानी को समर्पित करें। इससे आपकी श्रद्धा और भक्ति दर्शाई जाती है।
6. आरती
- पूजा के अंत में आरती गुनगुनाएं। आरती से आपकी भक्ति और समर्पण का प्रतीक है।
देवी के 9 रूप और उनका महत्व
1. शैलपुत्री: प्रकृति की शक्ति।
2. ब्रह्मचारिणी: तपस्या और साधना की देवी।
3. चंद्रघंटा: शांति और सुख की प्रतीक।
4. कुशमंडा: सृजन और समृद्धि की देवी।
5. स्कंदमाता: माता की कृपा और पुत्र की शक्ति।
6. कात्यायनी: बलिदान और वीरता की देवी।
7. कालरात्रि: अंधकार से मुक्ति की देवी।
8. महालक्ष्मी: धन और समृद्धि की प्रतीक।
9. सिद्धिदात्री: सिद्धि और समर्पण की देवी।
माता रानी की उपासना का आधुनिक स्पर्श
आज के समय में, तकनीक की मदद से भी माता रानी की उपासना की जा सकती है:
- वर्चुअल पूजा: ऑनलाइन प्लेटफार्मों पर आप माता रानी की पूजा कर सकते हैं, जो आपको घर बैठे उपासना करने का अवसर देती है।
- मेडिटेशन और माइंडफुलनेस: माता रानी की पूजा के साथ ध्यान शामिल करना आपके आध्यात्मिक अनुभव को और गहरा बनाता है।
व्रत और अंतिम प्रार्थना
व्रत रखना न केवल शरीर की शुद्धि करता है, बल्कि मन और आत्मा को भी सुख देता है। अंतिम प्रार्थना के दौरान माता रानी से अपने और अपने परिवार के लिए शांति और समृद्धि की कामना करें।
निष्कर्ष: माता रानी की कृपा का अनुभव
नवरात्रि के दिनों में माता रानी की उपासना एक अनमोल अनुभव है। इससे न केवल आपकी भक्ति प्रकट होती है, बल्कि आपके जीवन में सुख और समृद्धि भी आती है। तो, इस त्यौहार को अपनी जिंदगी का एक हिस्सा बनाइए और माता रानी की कृपा का अनुभव कीजिए।
Floods In Nepal 2024: नेपाल में मूसलाधार बारिश ने तबाही मचा दी है, जिससे व्यापक बाढ़ आई है। अब तक 112 लोगों की मौत हो चुकी है, और कई लोग लापता हैं। बारिश के कारण नेपाल के विभिन्न हिस्से जलमग्न हो गए हैं, जिससे आपदा प्रबंधन अधिकारियों ने बाढ़ के लिए चेतावनी जारी की है।
बारिश के चलते लोगों को सुरक्षित ठिकानों पर भेजा जा रहा है। शैक्षणिक संस्थानों को तीन दिनों के लिए बंद करने का निर्णय लिया गया है। नेपाल पुलिस और सशस्त्र पुलिस बल ने बताया कि अभी तक 3000 लोगों को बचाया गया है। बारिश के कारण 63 स्थानों पर मुख्य राजमार्ग अवरुद्ध हो गए हैं, जिससे आवागमन में बाधा उत्पन्न हुई है।
लापता लोगों की खोज जारी है, और नेपाल पुलिस ने विशेष टीमें गठित की हैं। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, काठमांडू घाटी में पिछले 40-45 वर्षों में इतनी विनाशकारी बाढ़ नहीं देखी गई। जलवायु और पर्यावरण विशेषज्ञ अरुण भक्ता श्रेष्ठ ने कहा, "काठमांडू में मैंने पहले कभी इतने बड़े पैमाने पर बाढ़ नहीं देखी।
इंटरनेशनल सेंटर फॉर इंटेग्रेटेड माउनटेन डेवलेपमेंट (आईसीआईएमओडी) की एक रिपोर्ट के अनुसार, काठमांडू की मुख्य नदी बागमती शुक्रवार और शनिवार को मूसलाधार बारिश के बाद खतरे के निशान से ऊपर बह रही है। बंगाल की खाड़ी में कम दबाव की प्रणाली और मानसून की स्थिति के कारण असाधारण रूप से तीव्र वर्षा हुई है। वैज्ञानिकों का मानना है कि जलवायु परिवर्तन के कारण पूरे एशिया में बारिश की मात्रा और समय में बदलाव आ रहा है।
Wild Animals Life: धरती पर लाखों तरह के जीव मौजूद हैं, और हर एक की उम्र अलग होती है। कुछ जानवर चंद साल ही जीते हैं, जबकि कुछ सौ सालों तक भी जिंदा रहते हैं। उनकी उम्र उनके शरीर की बनावट, जीवनशैली, और पर्यावरण पर निर्भर करती है। इस लेख में हम कुछ प्रमुख जानवरों की उम्र और उनकी जीवनशैली के बारे में जानेंगे, जो आपको चौंका सकती हैं।
ये भी पढे: Animals Name: ये 5 जानवर जो खून पीकर रहते हैं जिंदा, जानिए इन 5 जानवरों की खासियत
क्या आप जानते हैं कि कुछ कछुए 150 साल तक भी जी सकते हैं? गैलापागोस और एल्डाबरा जैसे विशाल कछुए अपनी उम्र के लिए प्रसिद्ध हैं। धीमे मेटाबॉलिज्म और एक मजबूत खोल उन्हें इतना लंबा जीवन जीने में मदद करता है। कछुए का जीवन आपको यह सिखाता है कि कभी-कभी धीरे-धीरे चलना भी लंबी जिंदगी का राज होता है।
हाथी 60 से 70 साल तक जीते हैं। इनकी उम्र का राज है इनकी सामाजिक जीवनशैली और पारिवारिक बंधन। हाथी अपने झुंड के साथ चलते हैं और इनका जीवन आपसी सहयोग पर आधारित होता है। इंसानों की तरह हाथियों में भी परिवार के बड़े-बुजुर्ग होते हैं, जो बाकी झुंड को सुरक्षा और नेतृत्व प्रदान करते हैं।
कुत्तों की उम्र औसतन 10 से 15 साल होती है, लेकिन छोटे नस्ल के कुत्ते 18 से 20 साल तक भी जी सकते हैं। कुत्तों की उम्र में उनकी नस्ल, आहार, और देखभाल का बड़ा योगदान होता है। आप जब अपने पालतू कुत्ते की देखभाल अच्छे से करेंगे, तो वह अधिक समय तक आपके साथ रहेगा। एक पुरानी कहावत है, "जिसका इंसान सबसे अच्छा दोस्त हो, उसकी उम्र हमेशा लम्बी होती है।
बिल्लियाँ औसतन 12 से 18 साल तक जीती हैं, लेकिन कई पालतू बिल्लियाँ 20 साल से भी ज्यादा जिंदा रहती हैं। बिल्लियाँ अपनी स्वतंत्रता के लिए जानी जाती हैं, लेकिन अगर उन्हें प्यार और देखभाल मिले, तो वे आपके साथ कई सालों तक रहेंगी। उनका शांत स्वभाव और खुद को साफ-सुथरा रखना उनकी लंबी उम्र का राज है।